दोस्तों मथुरा में एक जगह है निधिवन, कहते हैं वहाँ पर आज भी रात के टाइम यानी दिन छिपाने के बाद साक्षात भगवान श्री कृष्ण आते हैं और अपने साथियों के साथ, राधा जी के साथ रासलीला करते हैं।
भगवान जिसे जो दिखाना चाहे इंसान वही देख सकता है उनकी इच्छा के बिना कुछ भी नहीं होता है तो उनकी इस लीला को एक सामान्य इंसान बिल्कुल भी नहीं देख सकता, दिन छिपने के बाद वहां पर किसी को भी रुकने नहीं दिया जाता यहां तक की जानवर भी उस समय वह जगह छोड़कर चले जाते हैं।
और वहां पर भगवान श्री कृष्ण राधा रानी जी और अपनी सखियों और गोप गोपियों के साथ वहां पर रासलीला करते हैं,
कुछ भक्त होते हैं जिन पर भगवान श्री कृष्ण की कृपा होती है तो वो बताते हैं कि उनको उस चीज का आभास भी होता है जब वह वहां से गुजर रहे होते हैं अंदर तो जा नहीं सकते हैं लेकिन अंदर से ऐसी आवाज आती है संगीत की घुंघरू की लगता है कि वाकई वहां पर रासलीला हो रही है।
आप वहां पर जाओगे तो आप वहां देखोगे कि वहां बहुत सारे टेढ़े मेढ़े प्रकार के पेड़ हैं, कहते हैं कि दिन के टाइम जो यह पेड़ टेढ़े मेरे अंदाज में दिखते हैं रात के टाइम यही गोप गोपियों का रूप में प्रकट हो जाते हैं तो इनका वहां पर विशेष महत्व है।
जो भी वहां पर जाता है तो वह कोशिश करता है कि इन पेड़ों को एक बार टच जरूर करें और उसके मिट्टी को अपने माथे पर जरूर लगाए।